प्रधान ने आईसीआईसीआई बैंक और खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा यहां संचालित अकादमी के दीक्षांत समारोह में यह बात कही। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी यही चाहते हैं कि युवाओं में दक्षता को बढ़ाकर उनको रोजगार उपलब्ध कराया जाए। युवाओं में दक्षता होने पर वह किसी भी कार्य को करने में सक्षम होंगे।
केन्द्रीय मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि इंदौर में संचालित हो रही यह अकादमी देश के लिए रोल मॉडल है। यहां पर प्रशिक्षित युवाओं को 100 प्रतिशत रोजगार मिला है। पेट्रोलियम मंत्रालय प्रतिवर्ष 10 लाख करोड़ रुपए के पेट्रोलियम उत्पादों की बिक्री करता है, वह सात लाख करोड़ रुपए मूल्य के कच्चे तेल का आयात करता है।
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री के निर्देश हैं कि इसकी लागत 10 प्रतिशत तक कम की जाए, जिससे विदेशी मुद्रा एवं पर्यावरण को बचाने में सहयोग मिले। इस कार्य के लिए तकनीकी रूप से सक्षम ड्रायवरों की आवश्यकता होगी, जो गाड़ियों को बेहतर तरीके से ड्राइव करें और ईधन बचाएं। इसके लिए अकादमी में प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी।