गौरतलब है कि अगस्त के दूसरे सप्ताह में बच्चों की हुईं मौतों को लेकर देश और प्रदेश में काफी हो-हल्ला मचा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार ने बच्चों की मौतों के दोषियों को किसी भी हालत में नहीं बख्शने की बार-बार चेतावनी दी थी। हालांकि ऑक्सीजन की आपूर्ति में आई बाधा को लेकर सरकार और अधिकारियों के परस्पर विरोधी बयान आए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने दावे के साथ पत्रकारों से कहा था कि ऑक्सीजन की कमी की वजह से किसी भी मरीज की मृत्यु नहीं हुई है, लेकिन डॉ. मिश्रा और उनकी पत्नी की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ की जारी प्रेस विज्ञप्ति में साफ कहा गया था कि ऑक्सीजन की कमी की वजह से यह लोमहर्षक घटना हुई।