सीजीएसटी के कच्छ कमिश्नरेट की गांधीधाम स्थित कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि 38 वर्षीय गुरुकमल ने एक जीएसटी फर्म अपने नाम से तथा 17 अन्य लोगों के नाम से पंजीकृत कराये थे। वह इन सभी के खाते स्वयं ही संचालित करता था। उसने 531 करोड़ के फर्जी जीएसटी बिल बनाए थे जबकि किसी तरह के माल की आपूर्ति हुई ही नहीं थी। इनके जरिये 97.69 करोड़ रुपए के इनपुट टैक्स क्रेडिट का घोटाला किया गया था।