मुंबई के एक जीआरपी अधिकारी ने बताया कि आरोपी देवप्रताप सिंह वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को ये फर्जी पत्र बेचता था और उनसे 1200-2400 रुपए प्रति पत्र वसूलता था। अधिकारी ने कहा, अब तक की जांच के दौरान सामने आया है कि उसने महाराष्ट्र के एससीएस (गृह), उत्तरप्रदेश के मुख्य सचिव और बिहार के लोकायुक्त समेत विभिन्न राज्यों के वरिष्ठ नौकरशाहों, सांसदों और विधायकों के फर्जी लेटरहेड तैयार किए।