कांवडिये ने देखा कि नरवाना शाखा नहर के सरस्वती फीडर में कोई बच्चे को गिराकर भाग रहा है। उसने नहर में कूदकर बच्चे को बचा लिया। इसके बाद उसने राउगढ़ गांव के 'कांवड़िये केंद्र' के प्रभारी को बच्ची को सौंप दिया, जहां से बच्ची को ज्योतिसार में पुलिस के पास पहुंचा दिया गया।
आरोपी ने अपनी छोटी बेटी को नहर में फेंकने के बाद अपनी पत्नी को फोन किया, जो लुधियाना गई थी और उसे बताया कि उसने क्या किया है। उसने पत्नी से लोगों को यह बताने के लिए कहा कि उन्होंने अपनी बेटी को किसी को गोद दे दिया है।
पुलिस ने कहा कि आरोपी दोनों बेटियों को फेंकना चाहता था लेकिन बड़ी बेटी ने रोना शुरू कर दिया और सिंह भाग गया। पत्नी ने वापस आकर अपने ससुर और अन्य रिश्तेदारों को जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया।