अहमदाबाद। अहमदाबाद समेत गुजरात के दक्षिण एवं मध्य भागों में स्थित विभिन्न जिलों के कई हिस्सों में पिछले 24 घंटे में भारी बारिश होने से निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है और वहां से करीब 6,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बातचीत की तथा उन्हें केंद्र सरकार की तरफ से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार व्यापक वर्षा के कारण राज्य राजकीय मार्गों एवं पंचायत सड़कों समेत 388 रास्ते बंद हो गए थे जिन्हें यातायात के लिए खोलने का प्रयास किया जा रहा है। इसमें कहा गया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 13 टीम और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की 16 टीम बचाव अभियान कार्य में जुटी हुई हैं।
बयान के अनुसार 13 बांधों को 'हाई अलर्ट' पर तथा 8 को 'अलर्ट' पर रखा गया है, क्योंकि भारी बारिश के कारण उनका जलस्तर बढ़ गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले 5 दिनों के दौरान दक्षिण गुजरात में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश तथा मध्य गुजरात एवं सौराष्ट्र में भी मूसलधार बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है।
मध्य गुजरात के नर्मदा एवं छोटा उदयपुर जिलों में तथा दक्षिण गुजरात के सूरत, तापी एवं वलसाड में भारी बारिश का बुरा असर पड़ा है। वलसाड जिले में एक गांव से करीब 10 लोगों को निकाला गया, जो औरंगा नदी में बाढ़ आ जाने के कारण फंस गए थे। राजस्व अधिकारी माधवी मिस्री ने यह जानकारी दी। मिस्री के अनुसार वलसाड में वर्षा प्रभावित विभिन्न क्षेत्रों से करीब 1,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया और 15 को बचाया गया जिनमें 5 एक शहरी क्षेत्र के हैं।
सुबह 6 बजे तक पिछले 24 घंटे में छोटा उदयपुर जिले में बोडेली तालुका में 549 मिलीमीटर तथा क्वांत तालुका में 432 मिलीमीटर वर्षा हुई जिससे कई क्षेत्रों में पानी घुस गया। जिले में उच्च और हेरान नदियां उफान पर हैं जिससे निचले क्षेत्रों में बाढ़ आ गई। एक अधिकारी के अनुसार 5,245 लोगों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से निकाला गया एवं 350 से अधिक को बचाया गया।(भाषा)(फ़ाइल चित्र)