फिलहाल वरुणा का प्रतिनिधित्व वर्तमान में उनके बेटे डॉ. यतींद्र सिद्धारमैया कर रहे हैं। सिद्धारमैया इससे पहले 2 बार वरुणा से जीते थे और 2013 में इसी सीट से जीतने के बाद मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने कहा, 25 निर्वाचन क्षेत्रों के पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक उनके निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए कह रहे हैं।
द्धारमैया ने कहा, मैं सभी निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव नहीं लड़ सकता। घर में एक राय है कि मुझे वरुणा से चुनाव लड़ना चाहिए। इसलिए मैंने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से साफतौर पर इसके बारे में कहा। सिद्धारमैया ने कहा, घर पर वे कह रहे हैं कि मुझे एक और निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहिए, देखते हैं, फिलहाल मैंने इसके बारे में नहीं सोचा है।
सिद्धारमैया कर्नाटक में कांग्रेस के विधायक दल के नेता हैं और पार्टी की सत्ता में वापसी के बाद मुख्यमंत्री बनने की इच्छा रखते हैं। इसलिए वे एक सुरक्षित सीट की तलाश में हैं। उन्होंने जनवरी में घोषणा की थी कि वे कोलार से चुनाव लड़ेंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि यह पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की मंजूरी पर निर्भर करेगा।
उन्होंने घोषणा की है कि 2023 का विधानसभा चुनाव उनका आखिरी चुनाव होगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वो मैसूरू में अपने पूर्व निर्वाचन क्षेत्र चामुंडेश्वरी से चुनाव नहीं लड़ेंगे। गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री सिद्धारमैया जनता दल (सेक्यूलर) के जीटी देवेगौड़ा से 36042 मतों से हार गए थे।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)