उन्होंने बताया कि जमशेदपुर निवासी अमरनाथ सिंह सावन के महीने में बासुकीनाथ मंदिर में दर्शन के लिए अपने परिवार के साथ गुरुवार को दुमका पहुंचा था, तभी अज्ञात बंदूकधारियों ने उसे बहुत करीब से गोली मार दी।
दुमका के पुलिस अधीक्षक अंबर लाकड़ा ने शुक्रवार को कहा कि यह घटना गुरुवार देर रात करीब 12.45 बजे नंदी चौक के पास हुई। उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर 6 खाली कारतूस पाए गए और पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा कि अमरनाथ सिंह को कितनी गोलियां मारी गई थीं? लाकड़ा के मुताबिक अमरनाथ सिंह के खिलाफ 30 से 40 आपराधिक मामले लंबित थे जिनमें से अधिकतर जमशेदपुर में दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि बंदूकधारियों की पहचान किया जाना अभी बाकी है।
लाकड़ा के अनुसार बंदूकधारियों ने 'सावन मेले' का फायदा उठाया और 'कावड़ियों' के भेस में हत्या की योजना को अमलीजामा पहनाया। सावन के महीने के दौरान हर साल लाखों 'कावड़िए' गंगा नदी से पवित्र जल लेकर शिव मंदिरों में चढ़ाने के लिए अपने कंधों पर लादकर कई किलोमीटर लंबी 'कावड़ यात्रा' करते हैं। 'कावड़िए' आमतौर पर भगवा रंग की पोशाक पहनते हैं। लाकड़ा ने कहा कि ऐसा लगता है कि यह घटना गैंगवार का नतीजा है। मामले की जांच जारी है।(भाषा)