क्या मीट खाने वाले कुत्ते का मांस खाएंगे..?

शनिवार, 10 अक्टूबर 2015 (11:59 IST)
पटना। बिहार में बीफ की राजनीति परवान पर है। लालू प्रसाद यादव के बयान पर एक बार फिर पलटवार करते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री गिरिराज सिंह ने इस बार गाय के मांस और बकरे के मांस में अंतर बताया है। 
गिरिराज ने बिहार के नवादा में लालू कहा, किसी भी आदमी का अपनी पत्नी और बहन से अलग-अलग रिश्ता होता है। बिल्कुल यही अंतर गाय के मांस और बकरे के मांस में है। गिरिराज ने कहा कि बकरी और गाय के मीट में हमारी भावना और धर्म उसी तरह से है, जैसे हमारी बहन और हमारी पत्नी। दोनों पूजनीय हैं, लेकिन दोनों के भावनात्मक संबंध अलग-अलग हैं। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग के केंद्रीय राज्यमंत्री गिरिराज सिंह ने यह भी कहा, जो लोग बकरे का मांस खाते हैं, अगर उन्हें कुत्ते का मांस दिया जाए, तो क्या वे खा लेंगे! 
 
भारतीय लोग अपनी मां और बहन के साथ एक धार्मिक रिश्ता रखते हैं। हमें गौमाता के साथ भी वैसा ही रिश्ता रखना चाहिए। जब गिरिराज से पूछा गया कि वह किसी आदमी के अपनी पत्नी के साथ रिश्ते को कैसे देखते हैं, तो उन्होंने कहा, एक व्यक्ति के अपनी पत्नी और बहन के साथ जो रिश्ता होता है, उन दोनों की पवित्रता में अंतर होता है। उन्होंने कहा, लालू प्रसाद क्या मजाक कर रहे हैं...कह रहे हैं कि जो बकरी का मीट खाता है वह गाय का मीट खाएगा। 
 
उल्लेखनीय है कि गिरिराज लालू के उस बयान का जवाब दे रहे थे जिसमें लालू ने कहा था कि मांस खाने वाले को इससे क्या फर्क पड़ता है कि वह गाय का मांस खा रहा है या बकरे का? हिंदू भी बीफ खाते हैं। इसके बाद गिरिराज ने उनसे यह बयान वापस लेने की मांग की थी। हालांकि तब लालू ने यह भी कहा था कि इंसान को मांस ही नहीं खाना चाहिए। इससे बीमारियां हो जाती हैं। 

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