केदारनाथ में हेलीकॉप्टर हादसे में सरकारी अधिकारी की मौत
वित्त नियंत्रक अमित सैनी हेलीकॉप्टर के ब्लेड का हुए शिकार
केदारनाथ में यूकाडा ने 9 हेली कंपनियों को अधिकृत किया है
रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड)। रविवार की दोपहर 2 बजे यूकाडा के वित्त नियंत्रक अमित सैनी की केदारनाथ हेलीपैड पर हेली से उतरते हुए हेलीकॉप्टर की चपेट में आने से मृत्यु हो गई। अमित सैनी केदारनाथ हेलीपैड निरीक्षण हेतु क्रिस्टल एविएशन के हेली से श्री केदारनाथ गए थे। हेली से उतरते हुए हेलीकॉप्टर की चपेट में आने पर उनकी मृत्यु की एजेंसियां विस्तृत जानकारी प्राप्त कर रही हैं।
दुर्घटना की विस्तृत जांच के बाद ही हेलीकॉप्टर से हुई इस घटना के तथ्य सामने आएंगे।सूत्रों का कहना है कि हेलीकॉप्टर के उतरने के बाद ब्लेड बंद नहीं किए गए थे और सैनी की हेलीकॉप्टर के ब्लेड की चपेट में आने से मौत हो गई। हेली कंपनी की यह भारी चूक मानी जा रही है।
बाबा केदारनाथ के कपाट 25 अप्रैल को खुल रहे हैं।केदारनाथ के लिए हेली सेवा देने के लिए यूकाडा ने 9 हेली कंपनियों को अधिकृत किया है। चारधाम यात्रा पंजीकरण प्रभारी प्रेमानंद के अनुसार केदारनाथ में खराब मौसम को देखते हुए केदार यात्रा के लिए पंजीकरण पर्यटन विकास परिषद मुख्यालय के आदेश पर रविवार सुबह से रोक दिया गया है, जबकि अन्य तीन धामों के लिए पंजीकरण जारी है।
जब आदेश मिलेंगे तब ही केदारनाथ के लिए पंजीकरण शुरू किया जाएगा।केदारनाथ और यमुनोत्री दोनों धामों में बर्फबारी होने से व्यवस्थाओं के काम बाधित हो रहे हैं। यह सिलसिला आगे भी जारी रहा तो तीर्थयात्रियों की मुश्किल बढ़ सकती है। केदारनाथ व यमुनोत्री धाम में तीर्थयात्रियों के ठहरने के लिए सीमित संख्या है।
उत्तराखंड सरकार ने रविवार को केदारनाथ धाम में बारिश और बर्फबारी के मद्देनजर श्रद्धालुओं से सावधान रहने और मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार यात्रा शुरू करने का अनुरोध करते हुए एडवाइजरी जारी की है।एडवाइजरी में केदारनाथ धाम जाने वाले सभी श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे केदारनाथ धाम जाने से पहले मौसम का हाल जान लें। दर्शनार्थियों को अपने साथ पर्याप्त ऊनी कपड़े रखने को भी कहा गया है।
सरकार इस बार भी ये भरपूर दावा कर रही है कि उसने यात्रा को सुचारू, सुरक्षित और निर्बाध बनाने के लिए लगातार काम किया है। यात्रा व्यवस्थाओं की नियमित रूप से उच्च स्तर से मॉनीटरिंग की जा रही है। शनिवार को अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाट खुलने के बाद चारधाम की यात्रा शुरू हो गई है।
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार के अनुसार शनिवार को केदारनाथ धाम में भारी बर्फबारी हुई, जिसको देखते हुए तीर्थयात्रियों से सतर्क रहने और मौसम को देखते हुए अपनी यात्रा शुरू करने का अनुरोध किया जाता है।
चारधाम यात्रा मार्ग पर एंबुलेंस व आपातकालीन 108 सेवा हर समय रहेगी उपलब्ध : चारधाम यात्रा मार्ग पर एंबुलेंस व आपातकालीन 108 सेवा हर समय उपलब्ध रहेगी। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा मार्गों पर 6 दर्जन आपातकालीन सेवा 108 सहित कुल 200 एंबुलेंस तैनात की गई हैं, जिसमें ऑक्सीजन सिलेंडर सहित आवश्यक जीवनरक्षक सुविधाएं उपलब्ध हैं।
यात्रा मार्गों पर तैनात आपातकालीन सेवा 108 के रिस्पांस टाइम को घटाकर 15 मिनट कर दिया गया है।उन्होंने गंगोत्री, यमुनोत्री व बद्रीनाथ यात्रा मार्ग पर स्थित स्थाई एवं अस्थाई चिकित्सा इकाइयों में पर्याप्त दवाइयों के साथ ही चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती पर विशेष ध्यान देने को कहा।
मंत्री ने बताया कि राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर को बद्री-केदार एवं हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए बेस कैंप बनाया गया है जहां पर कार्डिक यूनिट सहित अन्य विशेषज्ञ चिकित्सक तैनात रहेंगे। इसी प्रकार गंगोत्री, यमुनोत्री आने वाले यात्रियों के लिए एम्स ऋषिकेश को बेस कैंप बनाया गया है, ताकि आपातकाल स्थिति में किसी भी यात्री को निश्चित समय के अंतर्गत स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सके।