Mumbai rain : बारिश की बरबादी पर PM मोदी ने उद्धव ठाकरे से किया मदद का वादा
गुरुवार, 6 अगस्त 2020 (02:00 IST)
नई दिल्ली/मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की और मुंबई और आसपास के इलाकों में भारी बारिश के चलते उत्पन्न स्थिति पर चर्चा की और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुंबई और आसपास के इलाकों में भारी बारिश के चलते उत्पन्न स्थिति पर बात की।’ इसके मुताबिक प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय ने बुधवार देर रात कहा कि ठाकरे ने भारी बारिश के समय में नागरिकों की सुरक्षा के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवगत कराया। मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, 'ठाकरे ने सहायता की पेशकश के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया।'
पालघर में बाढ़ में फंसे 22 लोगों को बचाया : पालघर ग्रामीण पुलिस ने जिले में भारी बारिश के बाद बाढ़ की स्थिति के बीच 22 लोगों को सकुशल बचा लिया। इनमें 5 वर्षीय एक बच्ची भी शामिल है, जो पेड़ पर चढ़ गई थी और 4 घंटे से भी अधिक समय तक वहीं फंसी रही।
पालघर के तलासरी में दारोता कालू नदी भारी बारिश के कारण उफान पर आ गई और इसका पानी कई घरों में घुस गया। पुलिस ने बताया कि जिले में अलग-अलग स्थानों से बाढ़ के पानी में घरों एवं अन्य स्थानों पर फंसे कुल 22 लोगों को सकुशल बचा लिया। इन लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।
तेज हवाओं से क्रेन पलटी, स्टेडियम को भी पहुंचा नुकसान : भारी बारिश के साथ ही बेहद तेज गति से चली हवाओं के कारण मुंबई में जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। हवाओं की गति इतनी तेज थी कि जेएनपीटी में भारी-भरकम क्रेन तक पलट गई। इसी तरह बंबई शेयर बाजार की इमारत पर लगा उसके नाम का बोर्ड बुरी तरह टूट गया। तेज हवा के कारण नवी मुंबई स्थित डीवाई पाटिल स्टेडियम को भी क्षति पहुंची और कई रेलिंग हवा में उड़ गईं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में दिखाई पड़ रहा है कि स्टेडियम में छज्जे की तरह लगाई गई धातु की चादरों में से एक उड़कर पास की इमारतों के पास जा गिरी। उधर, दक्षिण मुंबई में वानखेड़े स्टेडियम की हाइ मास्ट लाइट वाले खंभे तेज हवा के साथ हिलते दिखाई दिए।
हवा की गति इतनी तेज थी कि बुधवार दोपहर को पड़ोस के रायगढ़ जिले में जवाहर लाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) पर लगे तीन क्रेन तक गिर गए। जेएनपीटी के अध्यक्ष संजय सेठी ने कहा, 'हवा की तेज गति के कारण हमारे एक टर्मिनल में तीन क्रेन गिर गए लेकिन हादसे में कोई घायल नहीं हुआ।
उधर, दोपहर को अरब सागर में उफान के चलते पानी बाहर आ गया और दक्षिण मुंबई के गिरगांव चौपाटी की बाहरी सड़क पर भारी जलभराव हो गया। स्थानीय निवासियों के मुताबिक, उन्होंने पहली बार चौपाटी के बाहर सड़क पर, मरीन ड्राइव और अन्य इलाकों में इतना पानी भरा हुआ देखा है।
सही साबित हुई मौसम विभाग की भविष्यवाणी : मौसम विभाग की भविष्यवाणी सही साबित हुई और 5 अगस्त को भारी बारिश ने महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोहराम मचाया। मुंबई (Mumbai), ठाणे और पालघर में बुधवार को तूफानी बारिश से रेल और सड़क यातायात बुरी तरह चरमरा गया। रेल की पटरियां पानी में डूब गई जबकि सड़कों पर जल-जमाव होने से कई वाहन पानी में फंस गए और बस सेवाएं बाधित हुई। सुबह पालघर में 2 घंटे में 266 मिमी बारिश दर्ज हुई।
मुंबई में रेड अलर्ट जारी : तूफानी बारिश के कारण मुंबई के लिए मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। स्थानीय प्रशासन ने आग्रह किया है कि स्थानीय निवासी अपने घरों में ही रहे और बहुत जरूरी काम के लिए बाहर निकलें। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी लोगों से अपील की है कि मौसम के भीषण तेवरों को देखते हुए 7 अगस्त तक वे अपने घरों में ही रहें।
मुंबई के चेंबूर, परेल, हिंदमाता, वडाला और अन्य क्षेत्रों के निचले इलाकों में जलभराव की खबरें हैं। पालघर में सुबह भारी बारिश के कारण पश्चिमी रेलवे मार्ग पर ट्रेनों की आवाजाही बाधित रही। पश्चिमी रेलवे के मुख्य प्रवक्ता सुमित ठाकुर ने बताया कि 2 घंटे में 266 मिमी. बारिश के कारण सुबह 5 बजकर 40 मिनट से 7 बजकर 10 मिनट तक पालघर में ट्रेनों की आवाजाही ‘मामूली रूप से बाधित’ रही और इसके चलते कुछ ही ट्रेनें चलाई गई।
पालघर स्टेशन पर पटरियों में जलभराव के कारण उपनगरीय सेवाओं को रोक दिया गया। बहरहाल ठाकुर ने बताया कि विभिन्न उपनगरों में भारी बारिश के बावजूद पश्चिमी रेलवे उपनगर सेवाएं चर्चगेट और डहाणू रोड के बीच सामान्य रूप से चल रही हैं। सायन और कुर्ला इलाकों में पटरियों पर जलभराव हो गया है और ट्रेनें देरी से चल रही हैं।
मध्य रेलवे के मुख्य प्रवक्ता शिवाजी सुतार ने बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल से कसारा (ठाणे), खोपोली (रायगढ़), पनवेल (नवी मुंबई) और गोरेगांव तक उनकी उपनगरीय सेवाएं भारी बारिश के बावजूद चल रही हैं। मध्य रेलवे और पश्चिमी रेलवे दोनों आवश्यक तथा आपात सेवाओं में काम कर रहे लोगों के लिए हर रोज करीब 350 विशेष ट्रेनें चला रहे हैं।
जसलोक अस्पताल में बारिश से नुकसान : मुंबई में जसलोक अस्पताल में भी बारिश से काफी नुकसान हुआ। लगातार बारिश के कारण जसलोक अस्पताल के बाहर बाहरी दीवारों पर लगी सीमेंट की टाइलें भी गिर गईं। सीमेंट की टाइलों का एक हिस्सा तेज हवा में उड़कर समीप जाकर गिरा। हालांकि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई।
बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं परिवहन (बेस्ट) की बस सेवाएं भी कुछ सड़कों पर जलभराव के कारण प्रभावित हुई हैं। बेस्ट के एक प्रवक्ता ने बताया कि ठाणे जिले में दो स्थानों समेत 30 से अधिक मार्गों पर सुबह नौ बजे तक उनकी बसों का मार्ग बदला गया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुंबई केंद्र के उप महानिदेशक के एस होसलीकर ने बताया कि पालघर के डहाणू में स्थित मौसम केंद्र ने बुधवार को सुबह साढ़े 5 बजे तक 12 घंटों में 364 मिलीमीटर की बारिश दर्ज की। विभाग ने दिन में और तेज बारिश का अनुमान जताया है।
होसलीकर ने बताया कि ठाणे के भयंदर में मौसम केंद्र ने 169 मिमी. बारिश दर्ज की जबकि इसी अवधि के दौरान मीरा रोड स्थित केंद्र ने 159 मिमी. बारिश दर्ज की। आईएमडी की वेबसाइट के अनुसार मुंबई मेट्रोपोलिटन क्षेत्र (एमएमआर) के तहत आने वाले ठाणे शहर, डोम्बिवली और कल्याण इलाकों में इस दौरान 120 मिमी. से अधिक बारिश हुई।
मुंबई शहर और बांद्रा तथा कुर्ला जैसे उपनगरों में पिछले 12 घंटों के दौरान 30 मिमी से 70 मिमी तक बारिश दर्ज की गई। होसलीकर ने ट्वीट किया, ‘बादलों की गतिविधि से पता चलता है कि बुधवार को एक और दिन तेज बारिश होगी।’
उन्होंने कहा, ‘पूरे कोंकण क्षेत्र में अगले 24 घंटों के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। ठाणे, मुंबई और पालघर समेत उत्तरी कोंकण में अधिक बारिश हो सकती है।’उन्होंने बताया कि दक्षिण मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों और मराठावाड़ा क्षेत्र में भी बहुत भारी बारिश की संभावना है।
होसलीकर ने कहा, ‘आईएमडी के अनुमान के मुताबिक उत्तर खाड़ी में मंगलवार को कम दबाव का क्षेत्र बनने से अरब सागर में निचले स्तर पर चलने वाली दक्षिणी हवाएं और तेज हो गई है। इससे मुंबई में तथा उसके आसपास भारी से बहुत भारी बारिश हुई है।’
बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने बताया कि मंगलवार रात से पश्चिमी उपनगरों में 82.43 मिमी बारिश हुई। इसके बाद पूर्वी उपनगरों में 69.11 मिमी. बारिश हुई। आईएमडी के एक अधिकारी ने बताया कि पुणे शहर में पिछले 24 घंटों में 59 मिमी. बारिश हुई तथा अगले दो दिनों में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है।
चार बांधों वरसगांव, खडकवासला, पानशेत और टेमघर के डूब वाले इलाकों में अच्छी बारिश हुई। ये बांध शहर में पानी की आपूर्ति करते हैं। पुणे के महापौर मुरलीधर मोहोल ने कहा कि चूंकि आईएमडी ने अच्छी बारिश का अनुमान जताया है तो शहर में 22 अगस्त से शुरू हो रहे गणेश उत्सव तक पानी की आपूर्ति में कोई कटौती न होने की संभावना है।
जिला प्रशासन ने बताया कि पश्चिमी महाराष्ट्र में कोयना बांध से 1,139 क्यूसेक पानी छोड़ा गया और कोल्हापुर जिले में पंचगंगा नदी पर कम से कम 80 बंधिकाएं डूब गईं।
भारी बारिश से ठाणे, पालघर में निचले इलाके डूबे : मंगलवार रात से लगातार हुई भारी बारिश के कारण ठाणे और पालघर जिलों के कई निचले इलाके डूब गए। एनडीआरएफ की टीमों को किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए ठाणे और पालघर में तैनात किया गया है।
पालघर में आपदा नियंत्रण कक्ष से मिल रही खबरों के अनुसार दहाणू, जव्हार और विक्रमगढ़ में भारी बारिश हुई जबकि वसई-विरार क्षेत्र में जलभराव देखा गया। बहरहाल जिले में बारिश से संबंधित घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
इस बीच ठाणे जिले के अलग-अलग हिस्सों में पेड़ गिरने और वाहन क्षतिग्रस्त होने की कई घटनाएं दर्ज की गई हैं। ठाणे महानगरपालिका के क्षेत्रीय आपदा प्रबंधन शाखा के प्रमुख संतोष कदम ने यह जानकारी दी।उन्होंने बताया कि ठाणे, कल्याण और भिवंडी शहरों में भारी बारिश से नाले भर गए और निचले इलाकों में बाढ़ आ गई।
कदम ने बताया कि इसके अलावा ठाणे शहर के ओवाले इलाके में एक अस्पताल की दीवार एक मकान पर गिर गई। हालांकि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। ठाणे जिले में मंगलवार रात से बुधवार सुबह आठ बजे तक 66.8 मिलीमीटर जबकि पालघर में इस दौरान 265.44 मिमी. बारिश हुई।