पटना शहर में शुक्रवार को (शाम 5.30 बजे तक) औसतन 35.7 मिमी बारिश के बाद राज्य की राजधानी के विभिन्न इलाकों में जलभराव हो गया। शुक्रवार दोपहर डेढ़ बजे से रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में सड़कों पर कीचड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। बहरहाल, पटना नगर निगम (पीएमसी) और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने दावा किया कि पिछले दो दिन में भारी वर्षा के बावजूद कम से कम समय में बारिश का पानी निकाल दिया गया।
राज्य में 10 जुलाई से शुरू हुए मानसून सत्र के आखिरी दिन बिहार विधानसभा परिसर जलमग्न हो गया। बिहार विधानमंडल के कुछ सौ मीटर की दूरी पर रहने वाले राज्य के कई मंत्रियों के आधिकारिक बंगलों पर भी यही दृश्य था। विपक्षी दल के सदस्यों ने राज्य की राजधानी में कथित खराब बुनियादी ढांचे के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार की आलोचना की।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नीरज सिंह बब्लू ने कहा, बारिश ने सामान्य रूप से राज्य और विशेष रूप से पटना में लोगों को बेहतर नागरिक सुविधाएं प्रदान करने के नीतीश कुमार सरकार के बड़े-बड़े दावों की पोल खोल दी है। विधानसभा परिसर को देखिए, आज हुई बारिश के बाद विधानसभा परिसर के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। हम यहां मछली फार्म व्यवसाय शुरू करने की सोच रहे हैं।
इसी तरह का विचार व्यक्त करते हुए एक अन्य भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा, नीतीश कुमार को बिहार के विकास की कोई परवाह नहीं है। आज की बारिश ने इस सरकार की पोल खोल दी है।Edited By : Chetan Gour (भाषा)