मोबाइल तथा इंटरनेट बंद होने की वजह से कश्मीर में आर्मी भी खुफिया जानकारी से वंचित है तथा खुफिया जानकारियों में लगभग 70 फीसदी की कमी आई है। सेवा बंद होने से लोग सेना से संपर्क नहीं साध पा रहे हैं और आतंकी भी आपस में बात नहीं कर पा रहे हैं। इस कारण आतंकियों को टेक्निक के जरिए पकड़ने में परेशानी हो रही है।