निर्णय भगवान के भक्तों को रास नहीं आया : धार्मिक संस्था ने यहां एक बयान में कहा कि ह्यूस्टन में भक्त रथयात्रा के स्थान पर 'गौर निताई संकीर्तन यात्रा' करेंगे। पुरी के जगन्नाथ मंदिर में जून या जुलाई में होने वाली रथयात्रा की सामान्य परंपरा से हटकर नवंबर में उत्सव मनाने का निर्णय भगवान के भक्तों को रास नहीं आया है।
जगन्नाथ मंदिर के अधिकारियों और कई संगठनों ने विरोध किया था : पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर के अधिकारियों और कई संगठनों ने नवंबर में रथयात्रा निकालने के इस्कॉन के फैसले का विरोध किया। पुरी के राजा गजपति महाराजा दिव्यसिंह देब ने मंगलवार को कहा कि इस्कॉन को दुनिया में कहीं भी असमय भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा का आयोजन बंद करना होगा। पुरी की प्रथा के अनुसार 'स्नान यात्रा' ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा को आयोजित की जाती है, जो आमतौर पर जून में होती है। इसी प्रकार रथयात्रा या रथ उत्सव आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को मनाया जाता है, जो जून या जुलाई में पड़ता है।(भाषा)(फ़ाइल चित्र)