भगवान जगन्नाथ, भाई बलराम और बहन सुभद्रा के तीन रथों की अगुवाई में 19 हाथियों, 101 रथनुमा ट्रकों, 18 भजन मंडलियों, 30 अखाड़ों और सैकड़ों साधु संतों तथा करतबबाजों और झांकियों वाली रथ यात्रा के जुलूस की लंबाई ही करीब एक किलोमीटर है।
रथयात्रा के दौरान किसी तरह की अप्रिय घटना को टालने के लिए 21000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं जिनमें 6 जेसीपी, 36 डीसीपी, 80 डीएसपी, 222 पुलिस इंस्पेक्टर, 728 सब इंस्पेक्टर भी शामिल है। इसके अलावा दंगा निरोधक आरएएफ और अन्य अर्धसैनिक बल को भी तैनात किया गया है। यात्रा मार्ग की ड्रोन कैमरों की मदद से हवाई निगरानी की जा रही है। (वार्ता)