युवाओं को मारने से बचना चाहेंगे हम : जम्मू कश्मीर पुलिस

रविवार, 10 जुलाई 2016 (19:51 IST)
श्रीनगर। कश्मीर में जारी अशांति के बीच प्रदेश पुलिस ने रविवार को कहा कि वह युवाओं को मारने से बचना चाहेगी। उसने प्रदर्शनकारियों से हिंसा नहीं करने का अनुरोध करते हुए कहा कि इसके अच्छे परिणाम नहीं होते हैं।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सीआईडी) एसएम सहाय ने लोगों से फिर आग्रह किया कि वे अपने परिवार के युवाओं को प्रदर्शन में भाग लेने से रोकें। आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन का चेहरा बन चुके बुरहान वानी के शुक्रवार को मारे जाने के बाद से ही राज्य में हिंसक प्रदर्शनों का दौर चल रहा है। 
 
सहाय ने कहा, फिलहाल स्थिति कल से बेहतर है। कुछ जगहों पर लोग बाहर निकले हैं और हम उनसे निपट रहे हैं। युवाओं को मारने से बचने के लिए हम स्थिति पर नियंत्रण करना चाहेंगे। हिंसा से अच्छे परिणाम नहीं निकलने की बात पर जोर देते हुए सहाय ने लोगों से अनुरोध किया कि वे युवाओं को हिंसक प्रदर्शनों से दूर और घर में रखें।
 
प्रदेश में चल रहे हिंसक प्रदर्शनों में अभी तक 16 लोगों की मौत हुई है और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। उन्होंने कहा, उन्हें प्रदर्शन करना हो या नहीं, लेकिन उन्हें हिंसा नहीं करनी चाहिए। इसके सही परिणाम नहीं होते हैं। 
 
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सीआईडी) एसएम सहाय ने बल प्रयोग का बचाव करते हुए कहा कि अनियंत्रित भीड़ ने सुरक्षा चौकियों पर हमला किया था। पुलिस अधिकारी ने कहा, आतंकवादियों ने भीड़ के बीच से सुरक्षाकर्मियों पर गोलियां चलाईं। हथियार छीनने की घटनाएं भी हुई हैं। हमारे कुछ कर्मचारी घायल भी हुए हैं। उन्होंने यह स्वीकार किया कि बुरहान के मारे जाने के बाद पुलिस संभावित परेशानी वाले क्षेत्रों का पूर्वानुमान लगाने में असफल रही।
 
उन्होंने कहा, हम स्वीकार करते हैं कि कुछ क्षेत्रों पर हमारा ध्यान नहीं था। हम देख रहे हैं कि यह कैसे हुआ। उन्होंने कहा, हमें बाहरी क्षेत्रों में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जहां से हमें सबसे कम परेशानियों का अंदेशा था, वहां सरकारी भवनों, पुलिस थानों और सेना के शिविरों पर हमला हुआ। झड़प में अभी तक करीब 96 सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं। (भाषा)

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