इससे पहले चंद्रशेखर, देवीलाल, बीजू पटनायक, जॉर्ज फर्नांडीस और नीतीश कुमार भी जनता परिवार को तोड़कर अलग दल गठित कर चुके हैं। 11 अक्टूबर 1988 जनता दल का गठन विश्वनाथ प्रतापसिंह ने कांग्रेस से अलग होकर किया था।
वर्तमान में महागठबंधन की सरकार के टूटने से नाराज शरद यादव बगावत की राह पर हैं। पार्टी का एक गुट शरद के साथ खड़ा है। शनिवार को पटना में जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने के बदले शरद गुट ने अपना समानांतर सम्मेलन किया। शरद गुट ने जहां राजद-जदयू-कांग्रेस के महागठबंधन के जारी रहने की घोषणा की वहीं जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने नीतीश की अध्यक्षता में पार्टी के राजग में विलय पर मुहर लगाई।