डीजीपी के अनुसार देवबंद के एक छात्र ने दोनों की संदिग्ध गतिविधियों के बारे में एटीएस को सूचना दी थी। सिंह के अनुसार शाहनवाज जैश का सक्रिय सदस्य है और संगठन के लिए नए सदस्यों की भर्ती के काम में जुटा था। वहीं, आकिब पढ़ाई की आड़ में आतंकी तैयार करने का प्रयास कर रहा था।