स्टालिन ने वनमंत्री डिंडिगुल सी. श्रीनिवासन के उस बयान का जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा है कि अन्नाद्रमुक के नेताओं ने जयललिता के स्वास्थ्य को लेकर उस समय झूठ बोला, जब उनका इलाज चल रहा था। उन्होंने जया की सहयोगी वीके शशिकला के डर के कारण ऐसा किया।
उन्होंने बताया कि जब केंद्र सरकार जयललिता के इलाज में सहायता कर रही थी तो ऐसे में उसकी जिम्मेदारी बनती है कि उसके मौत को लेकर रहस्य से पर्दा हटाए। इसलिए अपने अधिकार का उपयोग कर उसे तत्काल मामले की जांच के लिए सीबीआई जांच का आदेश देना चाहिए। स्टालिन ने कहा कि विधानसभा में विपक्ष के नेता होने के नाते वे यह अनुरोध कर रहे हैं।