पत्रकारिता के क्षेत्र में 4 दशक का अनुभव रखने वाले सीमांत जी वेबदुनिया से उसकी शुरुआत से ही जुड़े हुए थे और 21 वर्ष तक वे अपना दायित्व पूरी मुस्तैदी के साथ निभाते रहे। सीमांत सुवीर की क्रिकेट पर अच्छी पकड़ थी और खेल पत्रकार के रूप में उन्होंने अपनी धाक जमाई थी। इस दौरान उन्होंने कई क्रिकेट मैचों की रिपोर्टिंग की और कई आलेख लिखे।
वेबदुनिया से पहले भी उन्होंने शहर के कई अखबारों में खेल पत्रकार के रूप में सेवाएं दीं। उनकी गिनती शहर के शीर्ष खेल पत्रकारों में होती थीं। क्रिकेट के इतिहास का भी उन्हें खासा ज्ञान था और क्रिकेट के कई किस्से उन्हें मुंह जबानी याद थे। उन्होंने एक से अधिक बार स्व. गोपीकृष्ण गुप्ता की स्मृति में दिया जाने श्रेष्ठ रिपोर्टिंग का पुरस्कार भी जीता।
वेबदुनिया से जुड़ने के बाद वे यहीं के होकर रह गए थे। सहायक संपादक के रूप में उन्होंने अपनी कार्यशैली से छाप छोड़ी। पाठकों तक खबर जल्दी और सटीक तरीके से पहुंचे ये हमेशा उनका ध्येय रहा। रेडियो सुनने का उन्हें बहुत शौक था और फिल्म सितारों के किस्से और इंटरव्यू वे चाव से सुनते थे और अपने साथियों को इस बारे में बताते थे।