पुलिस को अपनी शिकायत में महिला ने कहा है कि उसने घटना के तुरंत बाद चर्च के अधिकारियों को इस बारे में बता दिया था और वादा किया गया था कि भविष्य में उस पादरी की ओर से उसे कभी भी उत्पीड़न का सामना नहीं करना पड़ेगा। हालांकि पादरी उसे परेशान करता रहा और मनगढ़ंत कहानी फैलाता रहा तब उसने कानूनी सहायता लेने का फैसला किया।