को की गयी अपील की ओर ध्यान दिलाया।
उन्होंने कहा कि हमारे लिए देश सर्वप्रथम है और इसके बाद पार्टी और अंत में व्यक्ति का स्थान आता है। कार्यकर्ताओं को स्वराज, मूल्यों के समर्थन और पारदर्शिता के लिए लड़ना होगा और वह अपने नाम पर किसी भी तरह के असंतोष को पसंद नहीं करते।
कुमार विश्वास ने अंत में सख्त लहजे में लिखा, 'अभिमन्यु ही विजेता है, चाहे वह मार दिया जाए।' (वार्ता)