MP : मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हनुमानजी को लिखा पत्र, शर्मा बोले- आपकी घबराहट को हम समझ सकते हैं
शनिवार, 7 मार्च 2020 (23:59 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार को कथित रूप से अस्थिर करने के आरोप प्रत्यारोप के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक खुले पत्र में भगवान हनुमान से प्रार्थना की है कि वे भाजपा नेताओं को गरिमा और चरित्र प्रदान करें। दूसरी ओर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने भी कमलनाथ को खुला पत्र लिखकर कहा कि प्रदेश में आई राजनीतिक अस्थिरता के कारण आपके भीतर उपजी घबराहट को हम समझ सकते हैं, लेकिन इसका कारण स्वयं आप और आपके सिपहसालार हैं, भारतीय जनता पार्टी नहीं।
प्रदेश की जनता को लिखे खुले पत्र में कमलनाथ ने कहा कि मैं भाजपा नेताओं से अनुरोध करता हूं कि वे सत्ता की भूख का प्रदर्शन इस तरह न करें कि लोगों का प्रजातंत्र पर से भरोसा ही उठ जाए। उन्होंने आगे कहा कि मैं यह कभी कल्पना भी नहीं कर सकता था कि सत्ता की लोलुपता भाजपा के नेताओं को इस क़दर नैतिक पतन की ओर ले जाएगी कि वे प्रदेश के नागरिकों के प्रजातंत्रीय निर्णय की ही सौदेबाजी करने लगेंगे।
भाजपा नेताओं पर अशोभनीय आचरण से मध्यप्रदेश के गौरवशाली इतिहास को कलंकित करने का आरोप लगाते हुए कमलनाथ ने कहा कि आज प्रदेश भाजपा नेताओं ने न सिर्फ राज्य सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की है, बल्कि उन्होंने प्रदेश के विकास पर सीधा आक्रमण किया है।
vd sharma
मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने मिलावटखोरी और विभिन्न माफियाओं के खिलाफ लगातार सक्रिय कार्रवाई की। उन्होंने सवाल किया कि क्या ये लोग (भाजपा) माफिया से प्रेरित हैं जिन्हें मैं जड़ से समाप्त करना चाहता हूं।
उन्होंने कहा कि मैं आश्वस्त हूं, मेरे सभी विधायक साथी सरकार के साथ दृढ़ता से खड़े हैं, प्रदेश के विकास के लिए प्रतिबद्ध और समर्पित हैं। शर्मा ने अपने पत्र में आरोप लगाया कि रेत और शराब माफिया प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर हावी है।
शर्मा ने कमलनाथ से सवाल कर 1984 के सिख विरोधी दंगों में उनकी भूमिका को स्पष्ट करने के लिए कहा इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री पर अपने राजनीतिक विरोधियों को परेशान करने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आप अपनी ही पार्टी के विधायकों के चरित्र पर सवाल उठा रहे हैं। इन विधायकों ने पहले ही किसी तरह की खरीद-फरोख्त के प्रयासों से इंकार कर दिया है। भाजपा एक जागरूक राजनीतिक पार्टी है और हम स्पष्ट तौर पर मानते हैं कि लोकतंत्र में सरकार से एक कल्याणकारी राज्य की उम्मीद की जाती है जबकि इसके विपरीत आप एक विनाशकारी रास्ते पर चले गए हैं।
शर्मा ने कहा कि भाजपा प्रदेश की कांग्रेस सरकार की जनविरोधी नीतियों का विरोध करती रहेगी। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों की दुहाई देते हुए हम पर सत्ता लोलुपता का आरोप लगाने से पहले आप स्पष्ट करते कि अल्पमत की सरकार को बचाए रखने के लिए कौन-कौन से हथकंडे अपनाते हैं। तो अच्छा होता।