देश खाद्य संकट की ओर बढ़ रहा है। अगर भाजपा कृषि कानूनों पर अड़ी रही तो हमारे देश में खाद्यान्न की कमी आ जाएगी। किसान हमारे देश की पूंजी हैं और हमें ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए, जो उनके हितों के विरुद्ध हो।
तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने तीनों कृषि कानूनों को तत्काल वापस लिए जाने की भी मांग की। दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों की भी यही मांग है। उन्होंने नदिया जिले के राणाघाट में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा देश की सबसे बड़ी कबाड़ पार्टी है। यह कचरा पार्टी है, जो दूसरे दलों के भ्रष्ट और बेकार नेताओं से खुद को भर रही है।
ममता बनर्जी ने कहा कि आपने कुछ (तृणमूल) नेताओं को भाजपा में जाते देखा होगा। उन्होंने लूटे हुए जनता के धन को बचाने के लिए ऐसा किया। भाजपा वॉशिंग मशीन की तरह पार्टी को चलाती है, जहां भ्रष्ट नेता उसमें शामिल होते ही संत बन जाते हैं।