पर्रिकर ने शनिवार शाम चुनाव प्रचार के दौरान कहा कि मैं स्वीकार करता हूं कि 2012 के विधानसभा चुनाव के घोषणा-पत्र में हमने युवाओं से रोजगार सृजन का जो वादा किया था, उसमें देरी हुई है। पूर्व मुख्यमंत्री ने पिछले चुनाव में पार्टी के अभियान की कमान संभाली थी और बाद में वे मुख्यमंत्री बने थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि जब 2012 में भाजपा ने सत्ता संभाली थी तो पूर्व कांग्रेस नीत गोवा सरकार के घोटालों की वजह से राज्य की माली हालत डांवाडोल थी। जब हमने सरकार संभाली थी तो खनन पर रोक की वजह से भी वित्तीय हालत पर बड़ा असर पड़ा। पर्रिकर ने कहा कि खनन गतिविधि के बंद होने से पूरे राज्य में सभी विधानसभा क्षेत्रों की माली हालत पर असर पड़ा। (भाषा)