उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों एवं शिक्षण संस्थानों प्रवेश में आरक्षण की मराठा समुदाय की मांग पर दबाव बनाने के लिए 8 जून को एक रैली आयोजित की जाएगी। जरांगे ने 17वीं सदी के शासक छत्रपति संभाजी महाराज की जयंती पर यहां उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। वे (जरांगे) पिछले साल से मराठा आरक्षण आंदोलन की अगुवाई कर रहे हैं।
लोकसभा चुनाव पर मराठा आरक्षण आंदोलन के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मेरा इससे लेना-देना नहीं है और न ही मैंने किसी के लिए प्र4 किया। मैंने बस इतना कहा कि लोगों को उन्हें हराना चाहिए जो हमारे विरुद्ध हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र में पहले कभी इतनी रैलियां नहीं कीं।
जरांगे ने कहा कि अतीत में उन्होंने विभिन्न चिह्नों पर चुनाव लड़ रहे विभिन्न राजनीतिक दलों के लिए प्र4 भी नहीं किया। लेकिन इस बार उन्होंने ऐसा किया। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि प्रदेश भाजपा के 4-5 नेताओं के मन में मराठाओं और अन्य समुदायों के प्रति नफरत है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और चंद्रकांत पाटिल मराठाओं से घृणा करते हैं। उन्होंने कहा कि फडणवीस को अपनी नफरत का परित्याग कर देना चाहिए, क्योंकि हम कभी भाजपा के खिलाफ नहीं थे।