Maratha Reservation : महाराष्ट्र में भड़की मराठा आंदोलन की आग, विधायकों के घर फूंक रहे गुस्साए आंदोलनकारी, बीड जिले में धारा 144 लागू

सोमवार, 30 अक्टूबर 2023 (21:40 IST)
महाराष्ट्र में एक बार फिर मराठा आंदोलन की आग तेज हो गई है। महाराष्ट्र के बीड जिले के माजलगाव से राकांपा विधायक प्रकाश सोलंकी के आवास को आग के हवाले करने के शीघ्र बाद, मराठा आरक्षण कार्यकर्ताओं के एक समूह ने स्थानीय नगरपालिका परिषद भवन की पहली मंजिल को आग लगा दी और वहां तोड़फोड़ की। खबरों के मुताबिक बीड जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है।

मराठा आरक्षण के आंदोलनकारियों ने आज शाम बीड शहर में NCP कार्यालय में आग लगा दी। बाद में उन्होंने NCP विधायक संदीप क्षीरसागर और राज्य के पूर्व मंत्री जय क्षीरसागर के आवासों में भी आग लगा दी।  
 
पुलिस ने बताया कि एक अन्य घटना में, डंडों से लैस मराठा आरक्षण समर्थकों ने छत्रपति संभाजीनगर जिले के गंगापुर में भाजपा विधायक प्रशांत बांब के कार्यालय में तोड़फोड़ की। दोनों घटनाओं में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
 
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विधायक सोलंकी के आवास को आग के हवाले करने के बाद, मराठा आरक्षण कार्यकर्ताओं का एक समूह माजलगाव नगरपालिका परिषद भवन गया, जो पारली रोड के पास स्थित है। उन्होंने वहां तोड़फोड़ की।
 
यह घटना मुंबई से 400 किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्थित माजलगाव में दोपहर करीब डेढ़ बजे हुई। इन लोगों ने डंडों और पत्थरों से भवन की खिड़कियों के कांच तोड़ डाले।
 
अधिकारी ने बताया कि इसके बाद, उपद्रवी भवन की पहली मंजिल पर गए और उसे आग के हवाले कर दिया तथा वहां मौजूद फर्नीचर जला दिया।
 
उन्होंने बताया कि दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और आग बुझाई। उन्होंने कहा कि कोई हताहत नहीं हुआ है।
 
अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने इलाके की सीसीटीवी फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है, ताकि नगरपालिका परिषद भवन को आग के हवाले करने वालों की पहचान की जा सके। उन्होंने कहा कि घटना के सिलसिले में एक मामला दर्ज करने की प्रक्रिया भी जारी है।
 
पुलिस ने बताया कि छत्रपति संभाजीनगर जिले के गंगापुर में हुई दूसरी घटना के सिलसिले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। उसने बताया कि मराठा आरक्षण समर्थकों के एक समूह ने भाजपा विधायक बांब के कार्यालय के अंदर रखा फर्नीचर और कमरे की खिड़कियों के कांच तोड़ डाले, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।
 
हिंसा और आगजनी की ये घटनाएं ऐसे वक्त हुई हैं, जब आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे जालना जिले के अंतरवाली सराटी गांव में 25 अक्टूबर से आमरण अनशन कर रहे हैं। वह मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन के दूसरे चरण के तहत अनशन पर बैठे हैं।

शिंदे ने की राज्यपाल से मुलाकात : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मराठा आरक्षण आंदोलन से संबंधित घटनाक्रम से राज्यपाल रमेश बैस को अवगत कराने के लिए सोमवार देर शाम उनसे मुलाकात की। मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
 
मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी के मुताबिक यह बैठक एक 'नियमित प्रक्रिया' थी जिसके तहत 'जब भी समाज में कोई बड़ा घटनाक्रम या सामाजिक अशांति होती है तो मुख्यमंत्री राज्यपाल को इसकी जानकारी देते हैं।'
 
शिंदे राजभवन में करीब 45 मिनट तक रुके, जिसके बाद राज्य के गृह विभाग का कार्यभार संभालने वाले उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री से उनके सरकारी आवास 'वर्षा' पर मुलाकात की।
 
इस बीच उपवास पर बैठे आरक्षण समर्थक कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने सोमवार को किसी खास क्षेत्र में नहीं, बल्कि समूचे महाराष्ट्र में मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग की और चेतावनी दी कि यदि राज्य सरकार ने यह मांग नहीं मानी तो वर्तमान आंदोलन को बढ़ाया जाएगा।

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