हिन्दू धर्म पर बसपा नेता का आपत्तिजनक बयान

सोमवार, 22 सितम्बर 2014 (15:25 IST)
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिन्दू धर्म के बारे में कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करके नया विवाद खड़ा कर दिया है, मगर पार्टी प्रमुख मायावती ने इसे उनके व्यक्तिगत विचार करार देते हुए इससे किनारा कर लिया है।

उधर भाजपा ने इस मामले में मौर्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

मायावती ने यहां कहा कि बसपा बाबा साहब भीमराव अंबेडकर द्वारा निर्मित संविधान के धर्मनिरपेक्षता के मूल सिद्धांत के अनुरूप सभी धर्मों, सर्व समाज के लोगों के रहन-सहन, शादी-विवाह, पूजा-पाठ तथा उनकी संस्कृति के तौर-तरीकों का आदर करती है।

उन्होंने कहा कि लखनऊ में रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में बसपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा पूजा-पाठ आदि के संबंध में कही गई बातें उनकी अपनी निजी राय तथा प्रतिक्रिया है और उसे बसपा से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।

मायावती ने कहा कि बसपा दलितों, पिछड़ों, अगड़ी जातियों तथा धार्मिक अल्पसंख्यक समाज के लोगों को साथ लेकर ‘समतामूलक समाज व्यवस्था’ स्थापित करना चाहती है।

गौरतलब है कि राज्य विधानसभा में बसपा और विपक्ष के नेता मौर्य ने रविवार को लखनऊ में कर्पूरी ठाकुर भागीदारी महासम्मेलन में दलितों से अपील की थी कि वे शादी-ब्याह में गौरी-गणेश की पूजा न करें। यह मनुवादी व्यवस्था में दलितों तथा पिछड़ों को गुमराह कर उनको शासक से गुलाम बनाने की चाल है। (भाषा)

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