मायावती ने यहां जारी एक बयान में कहा कि सेना ने पाक अधिकृत कश्मीर के भीतर जाकर आतंकियों के शिविरों पर अत्यंत ही सफल लक्षित हमला किया। इससे देश का मनोबल बढ़ा है लेकिन भाजपा उत्तरप्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इसे राजनीतिक तौर पर भुनाना चाहती है, जो निंदनीय है।
उन्होंने कहा कि वास्तव में इसके लिए अभिनंदन व जय-जयकार केवल सेना की ही होनी चाहिए, न कि देश के किसी नेता व रक्षामंत्री एवं प्रधानमंत्री आदि की। भाजपा का ऐसा राजनीतिक व चुनावी प्रयास पूरी तरह से अनुचित है।
मायावती ने दावा किया कि वास्तव में लोगों की यह आशंका सही साबित होती जा रही है कि उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी की खराब स्थिति के मद्देनजर भाजपा व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार हिन्दू-मुस्लिमों के बीच आपस में नफरत, तनाव व दंगा आदि फैलाकर वोटों का ध्रुवीकरण करना चाहती है। भाजपा भारत-पाकिस्तान मामले पर उन्माद फैलाकर चुनाव को अपने पक्ष में प्रभावित करने का प्रयास जरूर करेगी।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि अब ऐन चुनाव से पहले विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास करके लोगों को बरगलाने का प्रयास केंद्र की भाजपा व प्रदेश की सपा सरकार ने किया है। वास्तव में ये दोनों सरकारें अगर उत्तरप्रदेश व यहां के विकास के प्रति थोड़ी भी गंभीर होतीं और इनकी नीयत सही होती तो इन दोनों ही पार्टियों को अपनी-अपनी सरकार बनने के बाद योजनाओं पर काम काफी पहले शुरू कर देना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि आतंकी शिविरों पर सेना की पराक्रमी कार्रवाई के संबंध में वैसे तो केंद्र सरकार के मंत्रियों व भाजपा के नेताओं को बयानबाजी नहीं करने की हिदायत दी जा रही है, परंतु इसका कोई प्रभाव कहीं नजर नहीं आ रहा है बल्कि इसके विपरीत इस मुद्दे पर हर प्रकार से बयानबाजी, पोस्टरबाजी व होर्डिंगबाजी कर लोगों में उन्माद पैदा करने की कोशिश की जा रही है। (भाषा)