भागवत की यह टिप्पणी इसलिए मायने रखती है, क्योंकि उत्तरप्रदेश में भाजपा सोशल इंजीनियरिंग बनाने की कोशिश कर रही है, जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होना है।
उन्होंने यह भी कहा कि संघ सरकार नहीं चला रहा लेकिन हां, स्वयंसेवक आज जनप्रतिनिधि और मंत्री हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद समाज में समुदायों में मतभेद बढ़ा है। संघ प्रमुख ने आरक्षण के मुद्दे पर टिप्पणी करने से बचते हुए कहा कि यदि मैंने बोला तो यह विवाद बन जाएगा और इसलिए में इस पर टिप्पणी नहीं करूंगा। (भाषा)