पीलीभीत (उत्तर प्रदेश)। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में मंगलवार को ईंट के भट्टे में काम करने वाली 2 बहनों की हत्या के मामले में पुलिस ने दावा किया है कि दोनों किशोरियों की हत्या उनकी मां और भाइयों ने मिलकर की थी।
पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश ने गुरुवार को बताया कि दोनों लड़कियों के फोन पर बात करने से नाराज मां ने अपने दोनों बेटों के साथ मिलकर घर पर ही किशोरियों की गला दबाकर हत्या कर दी थी। मां ने जब गला दबाया तब दोनों भइयों ने उनके पैर पकड़ रखे थे।
छोटी बहन अंशिका की हत्या के बाद, जब बड़ी बहन पूजा वहां से भागी तो उसके बहनोई अनिल ने उसे पकड़ लिया और फिर सभी ने मिलकर उसकी हत्या भी गला दबाकर कर दी। उन्होंने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए बड़ी बेटी पूजा के शव को पेड़ से लटका दिया गया और छोटी बेटी अंशिका का शव सड़क किनारे फेंक दिया।
अधीक्षक ने बताया कि पुलिस से बचने के लिए दोनों बेटियों के शौच जाने के बाद से गायब होने की कहानी गढ़ी गई थी। दोनों किशोरियों की हत्या की जानकारी शुरू से ही ईंट भट्टे के मालिक अली हसन को थी। भट्टा मालिक ने परिवार को दोनों के शव ठिकाने लगाने और पुलिस को कुछ न बताने की सलाह दी थी।
उन्होंने बताया कि इस हत्याकांड के खुलासे के बाद बीसलपुर कोतवाली पुलिस ने किशोरियों की मां कमलादेवी, बड़े भाई राम प्रताप और भट्टा मालिक अली हसन को गिरफ्तार कर लिया है। छोटा भाई विजय तथा बहनोई अनिल अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
गौरतलब है कि पूजा (20) और अंशिका (17) के शव मंगलवार को अलग-अलग जगह से संदिग्ध परिस्थितियों में मिले थे।(भाषा)