एनसीबी के एक अधिकारी ने बताया, 'गुप्त सूचना मिली थी कि इंदौर से मुंबई में उच्च गुणवत्ता वाले चरस की डिलीवरी होने की संभावना है, जिसके आधार पर यह छापेमारी की गई। पटरी के करीबी सहयोगी तौफीक को डिलीवरी लेनी थी, लेकिन ऐसा होने से पहले एनसीबी ने छापेमारी कर मादक पदार्थ जब्त कर लिया।'
जांच के दौरान पता चला कि तौफीक इंदौर में मौजूद गिरोह के संपर्क में था, लेकिन उनसे संपर्क करने के लिए एक कैब चालक के मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहा था। यहां उपनगर कुर्ला का रहने वाला तौफीक मध्य प्रदेश शहर में एनसीबी की छापेमारी की जानकारी पाकर फरार हो गया।
उन्होंने कहा कि तौफीक जिस कैब चालक शोएब कुरैशी के फोन का इस्तेमाल कर रहा था, उसे कुर्ला में हिरासत में ले लिया गया, लेकिन प्रारंभिक जांच से पता चला है कि वह गिरोह से जुड़ा नहीं था।