उल्लेखनीय है कि पिछले 3 सालों में 19 पंचों-सरपंचों की हत्या के बाद प्रशासन ने सिर्फ 60 को ही सुरक्षा मुहैया करवाई है। पर शोर शराबे और बवाल के बाद प्रत्येक पंच-सरपंच को पहली बार 25 लाख का बीमा करवाया गया है। यह रकम सिर्फ आतंकी हमले में मौत होने पर ही मिलेगी।