Dussehra festival in Ayodhya : प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली राम नगरी अयोध्या जहां की गंगा-जमुनी सभ्यता की मिसाल दूर-दूर तक मशहूर है। एक ओर जहां आज धर्म के नाम पर विश्व के काफी देशों में धार्मिक उन्माद फैला हुआ है, मानव मानवता का दुश्मन बना हुआ है, वहीं दूसरी ओर मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम नगरी अयोध्या में विगत कई दशकों से बुराई पर अच्छाई की विजय के महापर्व दशहरा पर कई दशकों से रावण, मेघनाथ व कुंभकरण के पुतलों को बनाने का कार्य मुस्लिम परिवार की पीढ़ियां करती चली आ रही हैं।
बड़े ही गर्व के साथ अयोध्या में रावण, मेघनाथ व कुंभकरण आदि का पुतला बना रहे हजरत उल्ला ने बताया कि हमारा परिवार पीढ़ियों से ये काम करता चला आ रहा है। पिछले चालीस वर्षों से हम खुद अपने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर पुतला बनाते चले आ रहे हैं। इस काम को करने में हमें बड़ा ही अच्छा लगता है और गर्व महसूस होता है।
रामलीला कमेटी के अध्यक्ष पाटन दिन गुप्ता ने बताया कि विगत कई वर्षों से रामलीला में रावण, कुंभकरण व मेघनाथ का पुतला यही मुस्लिम परिवार बनाता है।
रामलीला कर रहे सदस्य अशोक सिंह ने भी बताया कि अयोध्या में यही मुस्लिम परिवार रावण, कुंभकरण और मेघनाथ का पुतला बनाता है। कई बार हम लोगों ने भी प्रयास किया बनाने का, लेकिन कोई भी रावण का पुतला नहीं बना पाया।