अंकलेश्वर की अदालत में फाइल चार्जशीट में एटीएस ने कहा कि मिर्जा ने अपना इरादा एक मेसिजिंग ऐप पर जाहिर किया था। मिर्जा पेशे से वकील है और एटीएस ने मोबाइल फोन और पेन ड्राइव से उसके मैसेज हासिल कर लिए हैं। एटीएस ने मिर्जा के साथ लैब टेक्निशियन कासिम को भी 25 अक्टूबर 2017 को अंकलेश्वर से गिरफ्तार किया था। दोनों ही सूरत के रहने वाले हैं।
चार्जशीट के मुताबिक 10 सितंबर 2016 को मिर्जा ने संदेश भेजा था कि पिस्तौल खरीदना है और उसके बाद मैं उनसे संपर्क करने का प्रयास करूंगा। हालांकि यह खुलासा नहीं हो पाया कि 'उनसे' शब्द का इस्तेमाल किसके लिए गया। इसमें आगे कहा गया है कि उबैद मिर्जा को रात 11 बजकर 28 मिनट पर खुद को फेरारी बताने वाले एक व्यक्ति से संदेश मिला कि ठीक, मोदी को स्नाइपर राइफल से मारते हैं।
एटीएस के मुताबिक कासिम ने गिरफ्तारी से पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। वह जमैका भागना चाहता था ताकि जिहादी मिशन में शामिल हो सके। कासिम ने इसके लिए वर्क परमिट हासिल कर लिया था। एटीएस के मुताबिक कई संदिग्ध गवाह बन गए, इसलिए गिरफ्तारी संभव हो पाई।