उन्होंने बताया कि कुछ नक्सली गांव पहुंचे और उन्होंने उपसरपंच पंचमदास की हत्या कर दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस दल को मौके पर भेजा गया और शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया। उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों ने हमलावर नक्सलियों का पता लगाने के लिए इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया है। नारायणपुर जिला बस्तर लोकसभा क्षेत्र में आता है, जहां 19 अप्रैल को मतदान होगा।
नारायणपुर शहर में राज्य के वनमंत्री केदार कश्यप ने इस घटना की निंदा की और कहा कि इसकी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा, पिछले एक साल में भाजपा नेताओं की (नक्सलियों द्वारा) हत्याएं बताती हैं कि कांग्रेस और नक्सलियों ने सांठगांठ करके इन घटनाओं को अंजाम दिया है। उन्होंने कहा, घटना (दंडवन हत्याकांड) की जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस वर्ष छह मार्च को पड़ोसी बीजापुर जिले में नक्सलियों ने एक भाजपा नेता की हत्या कर दी थी। इससे पहले एक मार्च को तोयनार गांव (बीजापुर जिला) में पार्टी के अन्य नेता की भी नक्सलियों ने तब हत्या कर दी थी जब वह वहां एक शादी में शामिल होने गए थे। पिछले साल नवंबर में विधानसभा चुनाव से पहले, भाजपा की नारायणपुर जिला इकाई के उपाध्यक्ष रतन दुबे की चुनाव प्रचार के दौरान हत्या कर दी गई थी। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour