अजमेर के सोफिया कॉलेज से स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बाद उनका विवाह नटवाड़ा प्रतिष्ठित परिवार के ठाकुर लक्ष्मण सिंह के बेटे पुण्य प्रताप सिंह से 2011 में हुआ, लेकिन उसे देश की नागरिकता हासिल करने में 18 वर्ष इंतजार करना पड़ा और सितंबर 2019 में उन्हें भारतीय नागरिकता मिल गई।
नीता कंवर के ससुर ठाकुर लक्ष्मण सिंह इस क्षेत्र से तीन बार सरपंच रह चुके हैं, लिहाजा उन्हें शुरू से ही राजनीतिक माहौल मिला। इस बार लॉटरी में नटवाड़ा सीट सामान्य महिला हुई तो ससुर ने इन्हें चुनाव में उतारने का फैसला किया।
अब नीता की जिंदगी में नया मोड़ आया है। उनके जीवन की नई इबारत की शुरुआत हो गई है। शिक्षा हासिल करने भारत आईं नीता ने शायद इस सबके बारे में सोचा भी नहीं होगा। यहां जनता ने उसे राजनीति की एक नई पारी शुरू करने का मौका दिया है, आगे वह कितना रास्ता तय करती है यह वक्त बताएगा।