मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण से ठीक पहले अपने नाम की स्पेलिंग में बदलाव करने के बाद येदियुरप्पा शक्ति परीक्षण में पास हो गए और अब भाजपा ने उनके नेतृत्व में 5 दिसंबर को 15 सीटों पर हुए उपचुनाव में 12 सीटों पर जीत दर्ज कर ली। इससे उनकी सरकार को बहुमत के साथ आवश्यक स्थिरता प्राप्त हो गई है।