उन्होंने बताया कि इस महत्वपूर्ण बैठक में गठबंधन को लेकर चर्चा के साथ ही संगठन को मजबूत बनाने, आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति, प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के राज में सुभासपा कार्यकर्ताओं की उपेक्षा, युवाओं और महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार, आरक्षण विभाजन को लेकर पार्टी द्वारा किए जाने वाले आंदोलन समेत विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श करके निर्णय लिया जाएगा।