उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने अलग-अलग हमलों में भारत के सैकड़ों जवानों को शहीद किया है और कई के सिर तक काट लिए, लेकिन हिन्दुस्तान ने अपेक्षित तल्खी नहीं दिखाई। लेकिन अब पीओके में दाखिल होकर जिस तरह आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई की गई, उससे पूरा देश और खासकर शहीदों के परिजन जरूर खुश होंगे।
पार्वती ने कहा कि भारत को पाक पर हमला कर ऐसा सबक सिखाना चाहिए ताकि वह फिर उड़ी और पठानकोट जैसे हमले करने की हिमाकत ना करे। शहीद राजेश के बड़े भाई श्रीभगवान ने भी पीओके में हुई सैन्य कार्रवाई की सराहना की और कहा कि हिन्दुस्तान को मुंबई हमलों के बाद ही ऐसा रुख अपना लेना चाहिए था। अगर ऐसा होता तो पाकिस्तान का दुस्साहस इस हद तक न बढ़ता। बहरहाल, देर आयद दुरस्त आयद। (भाषा)