नए भूमि कानून को लेकर जम्मू-कश्मीर में बवाल, PDP का श्रीनगर ऑफिस सील

सुरेश एस डुग्गर

गुरुवार, 29 अक्टूबर 2020 (17:10 IST)
जम्मू। जम्मू कश्मीर में जमीन की खरीद-फरोख्त के लिए लागू किए गए नए कानून के कारण मचा हुआ बवाल बढ़ता जा रहा है। इस सिलसिले में पुलिस ने पीडीपी के विरोध मार्च को नाकाम बनाते हुए कई नेताओं को गिरफ्तार करने के साथ ही पीडीपी के श्रीनगर आफिस को सील कर दिया है। जम्मू में भी सारा विपक्ष इसके विरोध में एकजुट हो चुका है। यही नहीं अलगाववादियों ने भी 31 अक्टूबर शनिवार को इस मुद्दे पर कश्मीर में बंद का आह्वान किया है।
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नए भूमि कानून के खिलाफ घाटी में पीडीपी द्वारा निकाले जा रहे विरोध मार्च को पुलिस ने नाकाम कर दिया है। मार्च में शामिल पीडीपी के पूर्व एमएलसी खुर्शीद आलम सहित कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लेते हुए पीडीपी के श्रीनगर स्थित मुख्यालय को सील कर दिया है।
 
केंद्र सरकार के आदेश के खिलाफ पीडीपी नेताओं ने गुरुवार को श्रीनगर पार्टी मुख्यालय से प्रेस एन्क्लेव तक विरोध रैली का आयोजन किया था। पार्टी के नेता विरोध मार्च में शामिल होने के लिए जैसे ही पार्टी मुख्यालय पहुंचे वहां पहले से ही तैनात पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
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पुलिस की इस कार्रवाई का पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने विरोध किया है। अपने ट्विटर हैंडल पर पार्टी नेताओं की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए उन्होंने लिखा कि जम्मू कश्मीर पुलिस ने आज पारा वाहिद, खुर्शीद आलम, राउफ भट, मोसिन क्यूम को उस समय हिरासत में ले लिया जब वे भूमि संबंधी कानूनों का विरोध करने के लिए एकत्र हुए थे। हम सामूहिक रूप से अपनी आवाज उठाना जारी रखेंगे और जनसांख्यिकी को बदलने के प्रयासों को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
 
इस कानून का विरोध यहीं नहीं रूका है। जम्मू में भी इस कानून के खिलाफ विपक्ष एकजुट हो गया है। कांग्रेस के साथ पैंथर्स पार्टी ने नए भूमि सुधारों को जम्मू कश्मीर के लोगों के हितों से खिलवाड़ करार दे भाजपा के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है।
 
कांग्रेस व पैंथर्स पार्टी भूमि सुधारों का मुद्दा बनाकर जम्मू में बड़े पैमाने पर आंदोलन की तैयारी कर रहा है। पार्टी सूत्रों के अनुसार यह दल भाजपा को घेरने के लिए एक मंच पर भी आ सकते हैं। दोनों पार्टियां जल्द इस मुद्दे पर उपजे राजनीतिक हालात पर चर्चा कर आगे की रणनीति की घोषणा करेंगे।
 
इस मुद्दे पर जम्मू में प्रदर्शन कर चुके पैंथर्स पार्टी के चेयरमैन हर्षदेव सिंह का कहना है कि भाजपा ने जम्मू-कश्मीर के लोगों के हितों को दांव पर लगा दिया है। पार्टी ने पहले लोगों के रोजगार के अधिकार दाव पर लगाए व अब ऐसी व्यवस्था कर दी है, जिससे कोई भी आसानी से जमीन खरीद सकता है। इससे स्टेट सब्जेक्ट के बाद डोमिसाइल भी अप्रासंगिक हो गया है।
 
वहीं कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रवीन्द्र विन्द्र शर्मा का कहना है कि भाजपा ने अपने राजनीतिक एजेंडा को पूरा करने के लिए लोगों को गुमराह किया है। जम्मू-कश्मीर में संसाधन और नौकरियों के साधन पहले से ही कम है।
 
भाजपा ने जम्मू कश्मीर में अपना राजनीतिक एजेंडा लागू करने के लिए लोगों को गुमराह किया है। जम्मू-कश्मीर में संसाधन और नौकरियों की पहली से कमी थी उस पर बेरोजगार युवाओं के हितों को भी दांव पर लगा दिया।
 
इस कानून का कश्मीरी पंडितों ने भी विरोध करना आरंभ किया है जबकि अलगाववादी नेता मीरवायज उमर फारूक ने इस मुद्दे पर कश्मीर में शनिवार को बंद का आह्वान किया है।

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