घटना जिले के तामलोर गांव की है, जहां मंगलवार को दो महिलाओं की करंट लगने से मौत हो गई थी। माया कंवर (30) अपने घर की छत पर कपड़े सुखा रही थी तो लोहे के तार में प्रवाहित करंट की चपेट में आ गई। उसे बचाने के प्रयास में उसकी सास राजू देवी भी करंट की चपेट में आ गई। हादसे में दोनों की मौत हो गई। वहीं माया का पति घायल हो गया था।
इस मामले में बाड़मेर के मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कमलेश चौधरी ने कहा कि गडरा रोड और बाड़मेर के बीच 200 किलोमीटर की दूरी में कहीं भी मुर्दाघर की सुविधा नहीं है। ऐसे में पुलिस और परिजनों के आग्रह पर मानवीय दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए पोस्टमॉर्टम किया गया है। उन्होंने दावा किया कि इस दौरान प्रोटोकॉल के नियमों का पालन किया गया है।