तब यहां अस्पताल में कार्यरत नर्स (एएनएम) सुनीता चटर्जी और दाई अशोक बाई ने इन दोनों से प्रसव की जटिलता के नाम पर 5 हजार रुपए का इंतजाम करने पर जोर दिया। जब पीड़ित दंपति ने इस पर असमर्थता जताई तो सुनीता को धक्का देकर बाहर कर दिया गया। कड़ाके की पड़ रही ठंड के बीच सड़क पर महिला को ग्रामीण महिलाओं की मदद से प्रसव कराया गया।