अल-राही को बनाने में 30 से ज्यादा कारीगर लगे हुए हैं और जल्द ही इसे कतर भेज दिया जाएगा। जहाज की कतर यात्रा में 25 लाख का खर्च और कई सप्ताह का समय लगेगा। लकड़ी के इस विशालकाय जहाज को बनाने का ऑर्डर साल 2015 में कतर के एक बिजनेसमैन ने दिया था, इसकी लागत 10 करोड़ बताई जा रही है।
जहाज में 850 बीएचपी के दो जापानी इंजन लगे हुए हैं। बिनाफा इंटरप्राइज के मैनेजिंग डायरेक्टर अब्दुल गफूर बताते हैं कि अरब के धनी लोग आज भी शान और शौकत के लिए ऐसे जहाज रखते हैं, लेकिन उन्होंने इस बिजनेसमैन के बारे में और जानकारी देने से इनकार कर दिया।