प्रशस्ति पत्र एवं पांच हजार रूपए नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के नागदा-गोधरा मेन लाइन खंड में मंगल महूड़ी एवं ऊसरा खंउ में किमी 521/12 के पास के गांव के ही राकेश भाई बारिया अपनी बकरियां चरा रहे थे। इसी दौरान रेल पटरी से एक तेज आवाज सुनाई दी। पास जाकर देखा तो डाऊन लाइन की पटरी टूटी पड़ी थी। कुछ ही देर बाद उसे गाड़ी की सीटी सुनाई दी।