उन्होंने बताया कि जनसत्ता पार्टी, जनसत्ता लोकतांत्रिक पार्टी व जनसत्ता दल, तीन नाम चुनाव आयोग को भेजे गए हैं। पार्टी सिंबल के लिए चुनाव आयोग को पत्र लिखा गया है। उन्होंने कहा कि एससी-एसटी एक्ट का विरोध उनकी पार्टी का प्रमुख मुद्दा होगा।
राजा भैया पूर्व में समाजवादी पार्टी और भाजपा सरकार को भी अपना समर्थन दे चुके हैं। कुंडा इलाके में उनकी इतनी धमक है, वहां विभिन्न पार्टियों के प्रत्याशी भी उनके सामने नहीं टिक पाते। बताया जाता है कि राजपूत वोटरों में उनकी अच्छी पकड़ है।