पांच दरिंदों पर इस हैवानियत सवार थी कि वे महिला को तीन घंटे तक रौंदते रहे। बंधक पति असहाय था और हवस के भूखे भेड़िए उस महिला को नोंच रहे थे। पीड़िता उन भेड़ियों से रहम की गुहार करती रही, लेकिन हवस के भूखे इन नरपिशाचों ने उसकी एक न सुनी। महिला की चीखें दबकर रह गईं। विरोध करने पर पांचों आरोपियों ने महिला और उसके पति के साथ मारपीट जमकर की।
महिला अपने पति के साथ बाजार कुछ सामान खरीदने के लिए गई थी। पूरी घटना का विडियो बनाने के बाद आरोपियों ने रेप पीड़िता को ब्लैकमेल करना भी शुरू कर दिया। एक वीडियो तो सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया। पुलिस के अनुसार, गैंगरेप में शामिल सभी आरोपी ट्रक ड्राइवर या हेल्पर हैं। इस घटना के बाद पीड़िता कितने सदमे में होगी, इसका अनुमान लगाना भी मुश्किल है। इस घटना ने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया है।
परिजनों के मुताबिक रेत के टीलों के पीछे दोनों के कपड़े उतारकर वीडियो बनाया गया। बाद में उन्हें ब्लैकमेल भी किया। आरोपियों ने पहले महिला के पति को बुरी तरह पीटा, जब महिला ने बचाने की कोशिश की तो उसे भी बुरी तरह पीटा। आखिरकार पति को बचाने के लिए महिला ने उन दरिंदों के सामने सरेंडर कर दिया। पांचों ने बारी-बारी उसके साथ दुष्कर्म किया। उनके पास मौजूद 2000 रुपए भी आरोपियों ने लूट लिए। घटना के बाद पति-पत्नी इस कदर सदमे में आ गए कि उन्होंने तीन दिन बाद परिजनों को घटना के बारे में बताया।
तीन आरोपी गिरफ्तार : इस बीच, थानागाजी थाने के एसओ को सस्पेंड कर दिया गया है और अलवर के एसपी का ट्रांसफर कर दिया गया है। इससे पूर्व, घटना से आक्रोशित लोगों ने थानागाजी कस्बे में मंगलवार को प्रदर्शन किया और राष्ट्रीय राजमार्ग रोक दिया। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपियों को गिरफ्तार किया।
राज्य के पुलिस महानिदेशक कपिल गर्ग ने मीडिया से कहा कि घटना में पांच लोगो को नामज़द किया गया है। इस मामले में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। गिरफ्तार आरोपियों में मुकेश, इंद्रराज एवं अशोक शामिल हैं।