यूपी में विपक्षी दल के नेता बने रामगोविंद चौधरी

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अंदर की अंतर्कलह समाप्त होने का नाम नहीं ले रही है, जहां विरोधी दल नेता के रूप में आजम खान व शिवपाल यादव के नाम को लेकर चर्चा जोरों पर थी तो वहीं देर शाम समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सभी चर्चाओं पर विराम लगाते हुए विरोधी दल नेता के रूप में रामगोविंद चौधरी को बना दिया है।
 
इसकी पुष्टि तब हुई जब विधानसभा सचिवालय के विशेष सचिव प्रमोद कुमार जोशी ने नियुक्ति आदेश जारी करते हुए स्पष्ट कर दिया कि नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी होंगे। अगर सूत्रों की मानें तो नेता विरोधी दल के रूप में किसका चयन होना है इस पर 29 मार्च को मोहर लगाई जानी थी, जिसके लिए खुद मुलायम सिंह यादव ने सभी को 29 मार्च को बुलाया भी था।
 
सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि नेता विरोधी दल के रूप में आजम खान व शिवपाल सिंह यादव का नाम जोरों पर था, लेकिन समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सभी चर्चाओं पर विराम लगा दिया है। बताते चलें कि आठ बार के विधायक रामगोविन्द चौधरी वर्ष 1977 में पहली बार चिलकहर सीट से जनता पार्टी के टिकट पर विधायक चुने गए थे। 
 
छात्र नेता के रूप में अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले करीब 70 वर्षीय रामगोविन्द राज्य की पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार में बेसिक शिक्षामंत्री तथा बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री रहे। सपा के मौजूदा विधायकों में वे सबसे वरिष्ठ हैं और साथ ही साथ मुलायम, अखिलेश यादव के बहुत करीबी माने जाते हैं।

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