उन्होंने कहा कि हम सब यही सोचते हैं कि जिस चीज को इतने दिनों से किसी न किसी वजह से जो अब तक रुका हुआ था, आख़िरकार हम लोग उसमें कामयाब हो सके, जिसे बड़े ही अच्छी तरह से सुलझाया गया। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है, जो लोगों का मानना था कि वो मस्जिद है वो हटा दी गई और राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। ऐसा नहीं है हमें पूरी इज्जत दी गई और एक अलग जगह दी गई, फिर उस जगह में जिनकी मस्जिद थी उसका कोई महत्व नहीं था लेकिन वो एक ऐसी जगह थी जो भगवान राम की पैदाइश की जगह थी। उनकी जन्मभूमि थी और वो एक नार्मल मस्जिद थी तो कोई तुलना ही नहीं की जा सकती।