करीब दो वर्ष बाद जेल से रिहा होने के बाद शर्मा ने संवाददाताओं को बताया, 'मैं निर्दोष हूं। मेरी न्यायपालिका पर पूरी आस्था है। मुझे न्याय मिलेगा।’ एक सवाल पर उन्होंने अपनी गिरफ्तारी के पीछे राजनीतिक षड़यंत्र की संभावना से इनकार किया। जेल में बिताए 692 दिनों के दौरान उन्होंने ‘ऐसी होती जेल’ शीर्षक से एक किताब लिखी। उन्होंने कहा कि उनकी जेल में बंद कैदियों के लिए काम करने वाले गैर सरकारी संगठनों की मदद करने की योजना है।